Vande Bharat Train: रेलवे ने नए साल पर अपने रेलवे यात्रियों को बड़ा तोहफा दे दिया है जिसमें से रेलवे ने यात्रियों को पांच बड़े ट्रॉफी दिए हैं जिसमें यात्रियों को पहले से ज्यादा अब सुविधा मिलने वाली है आप सभी को पता होगा कि साल 2025 की शुरुआत हो चुकी है और सभी जगह पर नए-नए नियम लागू हो चुके हैं इसी को देखते हुए रेलवे ने भी अपने नए नियम लागू कर दिए हैं और पांच बड़े बदलाव कर दिए हैं जिसमें पहले बदलाव है कि अब जनरल क्लास के यात्रियों को भी अब ऐसी की सुविधा मिलने वाली है तो चलिए हम आपको बाकी बच्चे नियम बताते हैं।
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि भारतीय रेल से करीब 10000 यात्री रोजाना सफर करते हैं और उनकी यात्रा रोजाना सफल और रहती है। जिसमें से सबसे ज्यादा यात्री वंदे भारत ट्रेन को पसंद करते हैं और वंदे भारत ट्रेन देश की सबसे पहली ऐसी ट्रेन है जिसको यात्री दोबारा सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। अब कश्मीर में जल्द ही बड़े रेल मार्ग से जुड़ने जा रहा है श्रीनगर से कटरा तक पूरी तरह से तैयारी की जा चुकी है। श्रीनगर से कटरा के लिए तैयारियां पूरी तरह से हो चुकी है और इसके लिए ट्रायल भी शुरू हो चुका हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि ट्रायल पूरा होने के बाद सबसे पहली ट्रेन वंदे भारत हो गई जो श्रीनगर से कटरा तक जाएगी पहले बंदे भारत ट्रेनवैष्णो देवी के कटरा से बारामुला होते हुए बीच से चलेगी।
जल्द मिलेगी यह सुविधा।
जब श्रीनगर से कटरा के लिए मार्ग बनाया जा रहा था तो सबसे ज्यादा देरी इसी मार्ग में लगी थी क्योंकि इसके अंदर काफी ज्यादा सुरंग और ब्रिज बनाने में चुनौती का सामना करना पड़ रहा था।
वही हम आपको बता दे की वंदे भारत ट्रेन में अब एक और नई सुविधा मिलने वाली है जिसमें आपको नई वंदे भारत स्लिपरटेन की सौगात मिलने वाली है इसके लिए ट्रायल भी शुरू हो चुका है जो मध्य प्रदेश से इसका ट्रायल शुरू होगा हम आपको बता दें कि यह ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली है।
नई बंदे भारत स्लिप पर ट्रेन के चलने से लंबी दूरी की यात्रा आसानी से तय कर पाएंगे दक्षिण भारत से तमिलनाडु में बना पंबन वर्टिकल ब्रिज अब ट्रेन के चलने के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुका है। आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यह ब्रिज रामेश्वर को पूरे देश से जोड़ने के लिए बनाया गया है। अगर इस पल की लंबाई की बात करें तो इस पल की लंबाई 2500 मीटर है। जो इससे पहले के पुल से काफी ज्यादा ऊंचा है औरसुरक्षित भी माना।